Bihar School Examination Board Class 1-8th Half Yearly Exam Routine 2025: कक्षा 1 से 8वीं अर्द्धवार्षिक परीक्षा रूटीन 2025 – संपूर्ण जानकारी
नमस्कार दोस्तों बिहार के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले सभी छात्र-छात्राओं को एक से आठ तक जितने भी स्टूडेंट पढ़ रहे हैं उनका जो है बीएससी बी यानी कि बिहार बोर्ड के द्वारा सरकारी स्कूल में अर्धवार्षिक परीक्षा के लिए रूटिंग जारी कर दिया गया है तो आप लोग इस आर्टिकल को अच्छे से पढ़ लीजिएगा इस आर्टिकल में आप लोग का बताने वाले हैं कि एक से आठ तक जो एग्जाम होगा अर्धवार्षिक परीक्षा वह कैसा होगा और कौन-कौन सा सब्जेक्ट होगा और इसमें क्या-क्या पूछेगा यह सब बताने वाले हैं तो आप लोग शुरू से लेकर लास्ट तक इस आर्टिकल को पढ़ लीजिएगा ताकि आप लोग कंफ्यूज में नहीं रहेगा तो चलिए आप लोग को बताते हैं इस आर्टिकल में
यह परीक्षा बिहार के सभी सरकारी स्कूलों में होगा जो अर्धवार्षिक परीक्षा भी कहते हैं और हाल ही में बिहार बोर्ड ने एक से आठ तक के सभी क्लास के लिए कुछ दिन पहले रूटिंग जारी किया था उसमें कुछ बदलाव करके फिर से रूटिंग जारी कर दिया गया है यानी कि जो आप लोग का क्लास 1 से लेकर 8 तक जो अर्धवार्षिक परीक्षा होगा उसमें रूटिंग में बदलाव किया गया है
BSEB क्या है? बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड का परिचय
BSEB यानी कि बिहार बोर्ड स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड बिहार की शिक्षा व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण हिस्सा है या बोर्ड मैट्रिक एवं इंटर यानी की क्लास 10वीं और 12वीं दोनों परीक्षा के लिए जाना जाता है लेकिन प्राथमिक और माध्यमिक स्तर की परीक्षाओं का भी प्रबंध करता है इसका मुख्य उद्देश्य है कि छात्रों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करना और उनकी प्रगति को नियंत्रित रूप से मूल्यांकन करवाना होता है
कक्षा 1 से 8 अभी तक के अर्धवार्षिक परीक्षा के निर्देशन अनुसार के तहत स्कूल स्तर पर आयोजित की जाती है यह परीक्षा साल में एक बार होता है जिसे अर्धवार्षिक परीक्षा कहते हैं और इसमें यह देखा जाता है कि कमजोर छात्र-छात्राओं को सुधारा जा सकता है इसका एक ऑफिशल वेबसाइट भी है Biharboardonline.bihar.gov.in पर आप संबंधित नोटिफिकेशन चेक कर सकते हैं लेकिन हाल ही अपडेट न्यूज़ सोर्स से आ रहे हैं
अर्द्धवार्षिक परीक्षा का महत्व: क्यों जरूरी है यह एग्जाम 2025
अर्धवार्षिक जिसे हम लोग हाफ इयरली एग्जाम भी कहते हैं यह सभी छात्र-छात्राओं को देना अनिवार्य होगा या न केवल उनकी पढ़ाई की प्रगति मापटी है बल्कि वार्षिक परीक्षा का भी तैयारी भी में भी मदद करता है तो यहां से कुछ मुख्य कारण है
मूल्यांकन और सुधार: यह परीक्षा छात्राओं को कमजोरी को पहचानने में मदद करता है उदाहरण के लिए यदि कोई छात्र गणित में कमजोर है तो वह अर्धवार्षिक परीक्षा के बाद वह अतिरिक्त प्रयास कर सकता है
आत्मविश्वास बढ़ना: अच्छे अंक आने से छात्रों को मनोबल और मोटिवेशनल मिलता है जिसे जो छात्र पढ़ने में तेज होते हैं वह आगे की पढ़ाई की पढ़ने ना देते हैं और उनकी कमजोर बच्चे होते हैं वह भी देखकर कुछ सीखते हैं
स्कूल स्तर पर ग्रीटिंग : कक्षा 1 से 8 तक की परीक्षाएं स्कूल स्तर पर मूल्यांकन की जाती है जिसमें छात्र पर बोर्ड स्तर पर दबाव कम होता है और यह सभी स्कूल में परीक्षा होता है और सभी स्कूल में जांच भी किया जाता है
कक्षा 1 और 2 की परीक्षाएं मौखिक होगी जो क्लास टीचर द्वारा एक परीक्षा लिया जाएगा कक्षा 3 से 8 तक के परीक्षाओं में लिखित होगी जो कि आप लोग का बिहार बोर्ड से अर्धवार्षिक परीक्षा का क्वेश्चन पेपर आता है और एक्टिविटी का मूल्यांकन अलग-अलग से किया जाता है आप लोग का नीचे टाइम टेबल दिया गया कब कब एग्जाम है
परीक्षा शेड्यूल टेबल
तिथि |
पहली पाली (10:00 AM -12:00 PM) |
दूसरी पाली (1:00 PM -3:00 PM) |
लागू कक्षाएं |
10 सितंबर | पर्यावरण अध्ययन/सामाजिक विज्ञान (कक्षा 3-8), विज्ञान (कक्षा 6-8) | निर्दिष्ट नहीं | कक्षा 3-8 |
11 सितंबर | हिंदी (दूसरी भाषा/गैर-हिंदी बोलने वालों के लिए) (कक्षा 3-8), गणित (कक्षा 3-8) | निर्दिष्ट नहीं | कक्षा 3-8 |
12 सितम्बर | को-करिकुलर एक्टिविटीज का समेकन (दोनों पालियां) | को-करिकुलर एक्टिविटीज का समेकन (दोनों पालियां) | कक्षा 3-8 |
13 सितंबर | हिंदी/बांगला/उर्दू (कक्षा 3-8), संस्कृत (कक्षा 6-8) | निर्दिष्ट नहीं | कक्षा 3-8 |
14 सितंबर | को-करिकुलर एक्टिविटीज का समेकन (दोनों पालियां) | को-करिकुलर एक्टिविटीज का समेकन (दोनों पालियां) | कक्षा 3-8 |
16 सितंबर | अंग्रेजी (कक्षा 3-8) | निर्दिष्ट नहीं | कक्षा 3-8 |
17 सितंबर | नहीं निर्दिष्ट | हिंदी/बांगला/उर्दू, गणित (कक्षा 1-2) | कक्षा 1-2 |
18 सितंबर | नहीं निर्दिष्ट | अंग्रेजी (कक्षा 1-2) | कक्षा 1-2 |